मुख्यमंत्री बाल सहायता योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ₹1500 प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, अनाथ बच्चियों को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में प्राथमिकता के आधार पर नामांकित किया जाएगा और अन्य बच्चों की देखरेख बालगृह के माध्यम से की जाएगी।
Bal Sahayata Yojana 2024
इस योजना का मुख्य लक्ष्य कोरोना महामारी के कारण बेघर तथा अनाथ बच्चों को आर्थिक संकट जैसी परेशानियों से उबरने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस सहायता के माध्यम से अनाथ बच्चों को अपने भोजन और अन्य आवश्यकताओं के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इस योजना का लाभ उठाकर अनाथ बच्चे अपने जीवन स्तर में सुधार कर सकेंगे और अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
Bal Sahayata Yojana Bihar क्या है?
बाल सहायता योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ₹1500 प्रति माह की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
बिहार बाल सहायता योजना 2024
बिहार बाल सहायता योजना का उद्देश्य राज्य के अनाथ और कमजोर बच्चों को आवश्यक वित्तीय और सामाजिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को वित्तीय सहायता, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यह योजना बच्चों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करती है और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास करती है।
मुख्यमंत्री बाल सहायता योजना का उद्देश्य:
- कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक संकट से उबारना।
- बच्चों के जीवन स्तर में सुधार लाना ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- अनाथ बच्चों की शिक्षा और देखभाल सुनिश्चित करना।
बाल सहायता योजना योजना के मुख्य बिंदु:
- आर्थिक सहायता: हर माह ₹1500 की आर्थिक सहायता।
- शैक्षिक सहायता: अनाथ बच्चियों को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नामांकन की प्राथमिकता।
- देखभाल: बच्चों की देखभाल बालगृह के माध्यम से।
बाल सहायता योजना योजना आवेदन प्रक्रिया:
- आवेदन पत्र: समाज कल्याण योजना पोर्टल, जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय या आंगनबाड़ी केंद्र से आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- फॉर्म भरना: आवेदन पत्र को सही तरीके से भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- जमा करना: भरे हुए फॉर्म और दस्तावेज़ों को अपने नजदीकी प्राप्त आवेदन पत्र स्थान पर जमा करें।
- जांच: अधिकारी द्वारा आवेदन पत्र और दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी।
- आर्थिक सहायता: चयनित लाभार्थियों को उनके बैंक खाते में ₹1500 प्रति माह की राशि प्रदान की जाएगी।
इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 30 मई 2021 को की थी और इसका लाभ केवल बिहार के स्थायी निवासियों को ही मिलेगा। योजना का मुख्य लक्ष्य कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें।