Nishulk Coaching Yojana 2024 | SC और OBC छात्र कोचिंग पढ़ने के 75 हजार और साथ में 4000 प्रति माह स्टायपेंड

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Nishulk Coaching Yojana 2024 :- शिक्षा और कोचिंग का महत्व आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में बेहद बढ़ गया है। सरकारी नौकरियों और प्रोफेशनल कोर्सेज में प्रवेश के लिए छात्रों को कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, सभी छात्रों के लिए निजी कोचिंग संस्थानों की भारी-भरकम फीस वहन करना संभव नहीं होता, खासकर अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों के लिए। ऐसे में, सरकार द्वारा वर्ष 2001 में शुरू की गई ‘अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग छात्र निशुल्क कोचिंग योजना’ एक वरदान साबित हो रही है। यह योजना 2024 में नए रूप और दिशानिर्देशों के साथ छात्रों के लिए और भी अधिक लाभकारी हो गई है।

“निशुल्क कोचिंग योजना 2024: अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए एक अनमोल अवसर। इस योजना के तहत, छात्रों को मुफ्त कोचिंग, ₹4,000 मासिक स्टायपेंड और ₹15,000 प्रोत्साहन राशि मिलती है। अगर इस योजना का पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो इस ब्लॉग में बने रहें

Nishulk Coaching Yojana 2024

निशुल्क कोचिंग योजना अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को सरकारी नौकरियों और प्रोफेशनल कोर्स की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करने वाली योजना है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर और प्रतिभावान छात्रों को कोचिंग की उच्च लागत से राहत देना है। चयनित छात्रों को कोचिंग शुल्क की प्रतिपूर्ति के साथ-साथ ₹4,000 प्रति माह का स्टायपेंड और यूपीएससी/एसपीएससी की मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। योजना का संचालन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया जाता है।

निशुल्क कोचिंग योजना का उद्देश्य

‘निशुल्क कोचिंग योजना 2024’ का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को गुणवत्ता युक्त कोचिंग प्रदान करके उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाना है। इस योजना के तहत छात्रों को न केवल निशुल्क कोचिंग दी जाती है, बल्कि उन्हें प्रतिमाह स्टायपेंड और प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है, जिससे उनकी आर्थिक आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा सके।

निशुल्क कोचिंग योजना के लाभ

  1. समस्त कोचिंग शुल्क की प्रतिपूर्ति: इस योजना के अंतर्गत चयनित छात्रों को उनके चुने गए पाठ्यक्रम के अनुसार कोचिंग का समस्त शुल्क सरकार द्वारा वहन किया जाता है। यह शुल्क ₹20,000 से लेकर अधिकतम ₹75,000 तक हो सकता है।
  2. मासिक स्टायपेंड: इस योजना के तहत चयनित छात्रों को कोचिंग के दौरान ₹4,000 प्रतिमाह का स्टायपेंड दिया जाता है, जिससे वे अपनी अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
  3. प्रोत्साहन राशि: जो छात्र यूपीएससी या एसपीएससी की मुख्य परीक्षा पास करेंगे, उन्हें सरकार द्वारा ₹15,000 की एकमुश्त प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।

निशुल्क कोचिंग योजना पात्रता

  • निशुल्क कोचिंग योजना का लाभ उठाने के लिए छात्रों का अनुसूचित जाति (एससी) या अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित होना अनिवार्य है।
  • लाभार्थी छात्र के परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख से कम होनी चाहिए।
  • अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है।
  • छात्रों के कक्षा 11वीं और 12वीं में 50 प्रतिशत से अधिक अंक होने चाहिए।

निशुल्क कोचिंग योजना हेतु पात्र पाठ्यक्रम

इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित पाठ्यक्रमों के लिए कोचिंग प्रदान की जाती है:

  • सिविल सेवाएं: यूपीएससी/एसपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए।
  • कर्मचारी चयन आयोग (SSC): बैंकिंग, बीमा, रेलवे, पीएसयू और अन्य सरकारी संस्थानों में अधिकारी पदों के लिए।
  • प्रवेश परीक्षाएं: जैसे कि NEET, JEE, CAT, CLAT, GATE, CA/CPT, IES आदि।
  • अंतरराष्ट्रीय परीक्षाएं: जैसे कि GRE, GMAT, SAT, IELTS, TOEFL आदि।
  • रक्षा सेवाएं: NDA, CDS आदि के लिए भी निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है।
पाठ्यक्रम अधिकतम शुल्क पाठ्यक्रम की
अवधि
यूपीएससी/ एसपीएससी द्वारा
आयोजित सिविल सेवा परीक्षा
75,000/- रूपये 12 माह
एसएससी/ आरआरबी 40,000/- रूपये 6 माह से 9 माह
बैंकिंग/ बीमा/ पीएसयू / क्लैट 50,000/- रूपये 6 माह से 9 माह
जेईई/ नीट 75,000/- रूपये 9 माह से 12 माह
आईईएस 75,000/- रूपये 9 माह से 12 माह
कैट/ सीमैट 50,000/- रूपये 6 माह से 9 माह
जीआरई/ जीमैट/ सैट/
आईईएलटीएस/ टोफेल
35,000/- रूपये 3 माह से 6 माह
सीए/ सीपीटी/ गेट 75,000/- रूपये 9 माह से 12 माह
सीपीएल 30,000/- रूपये 6 माह से 9 माह
एनडीए/ सीडीएस 20,000/- रूपये 3 माह से 4 माह

निशुल्क कोचिंग योजना 2024 चयन प्रक्रिया

निशुल्क कोचिंग योजना 2024′ के तहत चयन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में संपन्न होती है:

  1. आवेदन प्रक्रिया:
    • पात्र छात्र अपने राज्य में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं।
    • आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है; ऑफलाइन आवेदन स्वीकार्य नहीं हैं।
  2. आवेदन पत्रों की जांच:
    • केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा प्राप्त सभी आवेदन पत्रों की गहनता से जांच की जाती है। इसमें छात्रों की योग्यता, परिवार की वार्षिक आय, और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की पुष्टि की जाती है।
  3. मेरिट लिस्ट का निर्माण:
    • आवेदन पत्रों की जांच के बाद, पात्र पाए गए छात्रों की एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। इस लिस्ट में उन छात्रों के नाम शामिल होते हैं जो योजना के तहत कोचिंग प्राप्त करने के योग्य होते हैं।
  4. मेरिट लिस्ट का प्रकाशन:
    • मेरिट लिस्ट को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है, जिससे चयनित छात्रों को उनके चयन की जानकारी प्राप्त हो सके।
  5. अंतिम चयन और सूची का अग्रेषण:
    • छात्रों की सूची को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय और डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन को अग्रेषित कर दिया जाता है। इस सूची के आधार पर छात्रों को योजना के तहत कोचिंग के लिए नामांकित किया जाता है।
  6. कोचिंग शुल्क और स्टायपेंड का हस्तांतरण:
    • चयनित छात्रों के कोचिंग शुल्क और मासिक स्टायपेंड को दो किश्तों में उनके बैंक खाते में हस्तांतरित किया जाता है।
    • पहली किश्त कोर्स शुरू होने से पहले जमा की जाती है, और आखिरी किश्त कोर्स के 75% पूर्ण होने के बाद दी जाती है।

इस प्रक्रिया के माध्यम से, योग्य छात्रों का चयन सुनिश्चित किया जाता है और उन्हें योजना के लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जाता है।

निशुल्क कोचिंग योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़

योजना के लिए आवेदन करने हेतु छात्रों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  1. आधार कार्ड
  2. अनुसूचित जाति/अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र
  3. आयु प्रमाण पत्र (10वीं की मार्कशीट)
  4. स्नातक प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  5. बैंक खाते का विवरण
  6. आय प्रमाण पत्र

Bihar Free Coaching Yojana 2024

निशुल्क कोचिंग योजना 2024 में लाभ लेने की प्रक्रिया

वर्ष 2023-2024 से, इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब, छात्रों को अपने राज्य में स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, और किसी भी स्थिति में ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। आवेदन करने के बाद, केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त आवेदनों की गहन जांच की जाएगी, और पात्र छात्रों की मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी।

डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन की भूमिका

सरकार ने ‘निशुल्क कोचिंग योजना 2024’ के संचालन की जिम्मेदारी डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन को सौंपी है। फाउंडेशन द्वारा चयनित केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ‘डॉ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के नाम से कोचिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जहां छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। इन विश्वविद्यालयों को योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार अपने स्तर पर योजना का प्रचार-प्रसार करना होगा।

निशुल्क कोचिंग योजना की विशेषताएं

  • चयनित छात्रों को योजना के अंतर्गत कोचिंग का शुल्क और स्टायपेंड उनके बैंक खाते में दो किश्तों में हस्तांतरित किया जाएगा।
  • पहली किश्त कोर्स शुरू होने से पहले और अंतिम किश्त कोर्स के 75 प्रतिशत पूरा होने पर हस्तांतरित की जाएगी।
  • इस योजना के तहत छात्र दो बार लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

‘निशुल्क कोचिंग योजना 2024’ न केवल अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, बल्कि यह उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी सशक्त बनाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आर्थिक सहयोग प्रदान करके उनकी शिक्षा और करियर को सशक्त बनाना है। जो छात्र इस योजना के पात्र हैं, उन्हें अवश्य ही इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और अपने सपनों को साकार करने के लिए पूरी मेहनत और लगन से प्रयास करना चाहिए।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

मैं A K Bansal, sarkariyojanaexpert.com वेबसाइट के संपादक और लेखक, सरकारी योजनाओं जैसे PM Modi Yojana, Sarkari Yojana 2024 आदि पर केंद्रित लेखन में तीन साल से अधिक का अनुभव रखते हैं।मैं अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करते हुए ,इस वेबसाइट पर सभी पोस्ट का न केवल संपादन करते हैं बल्कि नए लेख भी लिखते हैं, जिससे पाठकों को सरकारी योजनाओं की सटीक और विस्तृत जानकारी मिलती है।

Leave a Comment