Bihar Free Coaching Yojana 2024:- बिहार सरकार ने अपने पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के माध्यम से बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना शुरू की है, जो राज्य के पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, और अन्य महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना है, ताकि वे सरकारी सेवाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
Bihar Free Coaching Yojana 2024 kiya hai?
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान करती है, जिससे वे सिविल सेवा,(UPSC), (BPSC) बैंकिंग, रेलवे, SSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यह सरकारी पहल छात्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है और उन्हें सरकारी सेवाओं में उच्च पदों पर पहुंचने के लिए प्रेरित करती है। योजना के तहत 6 महीने की कोचिंग, मॉक टेस्ट, अध्ययन सामग्री, और साक्षात्कार की तैयारी शामिल है। बिहार के विभिन्न जिलों में स्थित कोचिंग केंद्रों में सीटों का आरक्षण और सरल आवेदन प्रक्रिया भी उपलब्ध है।
फ्री कोचिंग योजना का विवरण
योजना का नाम | बिहार फ्री कोचिंग योजना 2024 |
योजना का राज्य | बिहार |
योजना का उद्देश्य | पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान करना, जिससे वे सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, SSC, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सकें। |
कोचिंग अवधि | 6 महीने |
योजन का विषय | सिविल सेवा (UPSC, BPSC), बैंकिंग, रेलवे, SSC, और अन्य सरकारी परीक्षाएं |
योजना का प्रमुख लाभ | निशुल्क कोचिंग, मॉक टेस्ट, अध्ययन सामग्री, साक्षात्कार की तैयारी |
पात्रता | – मूल निवासी: बिहार का मूल निवासी होना चाहिए – जाति: पिछड़ा या अति पिछड़ा वर्ग – आय: वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए |
आरक्षित सीटें | – 60% सीटें अति पिछड़ा वर्ग के लिए – 40% सीटें पिछड़ा वर्ग के लिए |
चयनित छात्रों को सहायता राशि | मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत यूपीएससी, BPSC में पहला परीक्षा पास करने पर 50 हजार से 1 लाख रुपये की सहयोग राशि |
ऑफिसियल वेबसाईट | https://bcebconline.bih.nic.in/ |
फ्री कोचिंग योजना का संक्षिप्त परिचय
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना का मुख्य लक्ष्य पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देना है। यह योजना बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही है। योजना के तहत छात्रों को 6 महीने की निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है, जिससे वे सिविल सेवाओं सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।
बिहार सरकार के द्वारा इस योजना के अंतर्गत पढ़ने बाले या कहीं से भी पढ़ने बाले स्टूडेंट के लिए जो यूपीएससी , BPSC में पहला exam पास कर जाते हैं उन्हे बिहार मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत 50 हजार से 1 लाख की सहयोग राशि प्रदान की जाती है।
फ्री कोचिंग योजना के प्रमुख उद्देश्य
इस योजना के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं, जिनमें मुख्य रूप से पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को सरकारी सेवाओं में उच्च पदों पर पहुंचने के लिए प्रेरित करना और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना शामिल है। इसके अलावा, यह योजना निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति करती है:
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग: छात्रों को सिविल सेवा, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान करना।
- समाज में समानता को बढ़ावा: पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को समान अवसर प्रदान कर उन्हें समाज में समान अधिकार दिलाना।
- रोजगार के अवसर: छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर को सुधारना।
योजना के लाभ और विशेषताएं
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत छात्रों को अनेक प्रकार के लाभ प्रदान किए जाते हैं, जो उनकी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होते हैं। आइए, इस योजना के कुछ प्रमुख लाभों पर नजर डालते हैं:
1. निशुल्क कोचिंग
योजना के तहत छात्रों को 6 महीने की निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है, जिसमें उन्हें सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, एसएससी, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। कोचिंग में छात्रों को सभी आवश्यक अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट, और साक्षात्कार की तैयारी के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
2. विविध कोचिंग कार्यक्रम
योजना के तहत दो प्रकार की कोचिंग प्रदान की जाती है:
- सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए: यूपीएससी और बीपीएससी जैसी परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग प्रदान की जाती है।
- अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए: रेलवे, बैंकिंग, एसएससी, और अन्य राज्य स्तरीय परीक्षाओं के लिए भी कोचिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
3. सामाजिक और आर्थिक विकास
योजना का मुख्य उद्देश्य पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को सरकारी सेवाओं में उच्च पदों पर पहुंचने में मदद करना है, जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक विकास को बल मिल सके। यह योजना छात्रों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती है और उन्हें समाज में बराबरी का हक दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
4. सीटों का आरक्षण
इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक कोचिंग केंद्र में 60% सीटें अति पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए और 40% सीटें पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि इन वर्गों के छात्रों को कोचिंग में पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिले।
5. क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र
राज्य के विभिन्न जिलों में कोचिंग केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां छात्रों को उनके निवास के निकट कोचिंग प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। इससे छात्र बिना किसी कठिनाई के अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।
बिहार फ्री कोचिंग योजना पात्रता
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है:
- मूल निवास: आवेदक बिहार का मूल निवासी होना चाहिए।
- जाति: आवेदक को पिछड़ा या अति पिछड़ा वर्ग से संबंधित होना चाहिए।
- आय: आवेदक के परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- शैक्षणिक योग्यता: आवेदक के पास न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए, जो उनके चयनित कोर्स के अनुसार हो।
फ्री कोचिंग योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
फ्री कोचिंग योजना के लिए आवेदन करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। ये दस्तावेज इस प्रकार हैं:
- बिहार में निवास का प्रमाण/ स्थाई प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
फ्री कोचिंग योजना आवेदन प्रक्रिया
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाया गया है। आवेदक इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
1. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- आवेदक को सबसे पहले पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करना होगा।
स्टेप 1
- स्टेप 2 :-
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स्टेप 3 :-
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना के लिए आवेदन भरें
- पंजीकरण के बाद, आवेदक को आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे और आवेदन पत्र को सबमिट करना होगा।
- सभी आवेदन पत्रों की जाँच के बाद छात्रों का चयन बहुविकल्पीय लिखित परीक्षा और काउंसलिंग के आधार पर किया जाएगा।
2. ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- ऑफलाइन आवेदन के लिए आवेदक को विभागीय पोर्टल से आवेदन पत्र डाउनलोड करना होगा।
- इसके बाद, भरे हुए आवेदन पत्र को सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ संबंधित प्रशिक्षण केंद्र में जमा करना होगा।
- चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा और काउंसलिंग शामिल होगी।
फ्री कोचिंग योजना चयन प्रक्रिया
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत छात्रों का चयन बहुविकल्पीय लिखित परीक्षा और काउंसलिंग के माध्यम से किया जाता है। चयनित छात्रों को राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित प्रशिक्षण केंद्रों में कोचिंग प्रदान की जाती है।
निष्कर्ष
बिहार प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है, जो उन्हें सरकारी सेवाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से छात्र अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक फ्री कोचिंग और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना छात्रों के सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायक सिद्ध हो रही है और उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम है।
इस योजना के माध्यम से बिहार सरकार ने समाज के पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है, जो निश्चित रूप से राज्य के छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार होगी।